आओ ए सुहागन हिल मिल आओ,
आओ मेरी बहना सब मिल आओ ,
राणी सती दादी जी का हाथ रचाओ ,
मेहंदी घोल के लाओ ए ,
मांडो मैया जी के मेहंदी ......
सबसे पहले चौक पुरावो,
चांदी की चौकी पे मैया न बिठावो ,
मंगल गीत सुनाओ ए ,
मांडो मैया जी के मेहंदी ......
ऐसी रचाओ जैसी रची गोकुल में ,
लागी तो छूटी कोनी बन्सुल कूल में ,
ऐसो ही घोल घुलाओ ए ,
मांडो मैया जी के मेहंदी ......
मेहंदी मांडावे मैया घने चाव सू,
मैया जी भूखा थारी भक्ति भाव सू ,
जय -जयकार लगाओ ए ,
मांडो मैया जी के मेहंदी ......
मेहंदी का हाथ ठाणे आशीष देसी ,
अन्न -धन रा कोठा भर देसी ,
बेगी सी आगे आओ ए ,
मांडो मैया जी के मेहंदी ......
भक्त मंडल या मेहंदी गावे ,
सरब सुहागन माँ का हरजस गावे ,
चरना में धोक लगावां ए ,
मांडो मैया जी के मेहंदी ......
Saturday, May 22, 2010
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Jai Dadi Ki